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Indigo Crisis: क्या इंडिगो 900 नए पायलटों को हायर कर सकती है? संकट के बीच एयरलाइन की बड़ी तैयारी, जानें- डिटेल्स

Indigo Crisis: इंडिगो अगले साल लगभग 900 पायलट हायर करने की तैयारी कर रही है। एयरलाइन के ऑपरेशन में एक हफ्ते से बड़ी रुकावट आई है। इससे सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल हो गई। इस रुकावट की वजह से हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंस गए। भारत के एविएशन सिस्टम में ऐसा संकट पैदा हो गया जो पहले कभी नहीं हुआ

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Dec 10, 2025 पर 10:42 PM
Indigo Crisis: क्या इंडिगो 900 नए पायलटों को हायर कर सकती है? संकट के बीच एयरलाइन की बड़ी तैयारी, जानें- डिटेल्स
Indigo Crisis: इंडिगो करीब 900 नए पायलट हायर करने की तैयारी कर रही है

IndiGo Flight Cancellations: संकटग्रस्त इंडिगो भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन है। लेकिन राहुल भाटिया के नियंत्रण वाली एयरलाइन इस वक्त सबसे बड़ी क्राइसिस से जुड़ रही है। इस सकंट के बीच, इंडिगो अगले साल लगभग 900 पायलट हायर करने की तैयारी कर रही है। एयरलाइन के ऑपरेशन में एक हफ्ते से बड़ी रुकावट आई है। इससे सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल हो गई। इस रुकावट की वजह से हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंस गए। भारत के एविएशन सिस्टम में ऐसा संकट पैदा हो गया जो पहले कभी नहीं हुआ।

इस संकट से उबरने के लिए इंडिगो करीब 900 नए पायलटों को भर्ती करने की तैयारी कर रही है। सरकारी डेटा की मदद से 'मनीकंट्रोल' एनालिसिस से पता चलता है कि अपनी सबसे तेज ग्रोथ के सालों में भी इंडिगो ने कभी भी इतने बड़े पैमाने पर कॉकपिट रैंप-अप नहीं किया है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के रिकॉर्ड बताते हैं कि इंडिगो ने FY18 और FY19 में लगभग 1,600 पायलट और को-पायलट भर्ती किए थे।

तब से एयरलाइन के पायलटों की संख्या में उतार-चढ़ाव आया है। हाल ही में लोकसभा में पेश किए गए एक सबमिशन के अनुसार, इंडिगो के पायलटों की संख्या दिसंबर में घटकर 5,085 हो गई, जो मार्च में 5,463 थी। जबकि 1 नवंबर को लागू हुए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों की वजह से इंडिगो पर मैनपावर का दबाव और बढ़ गया है।

थकान मैनेजमेंट को बेहतर बनाने के लिए बनाए गए इन रूल्स की वजह से इंडिगो के नेटवर्क पर 5,000 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल हुई। इसके बाद सरकार ने 9 दिसंबर को 10 फीसदी फ्लाइट कैपेसिटी कम करने का आदेश दिया। ऑपरेशनल कमी की वजह से एयरलाइन को क्रू स्ट्रेंथ को फिर से बनाने में मुश्किल हो रही है। इंडिगो को अपनी कैपेसिटी को फिर से पटरी पर लाने के लिए काफी फाइनेंशियल नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

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