बाजार में करेक्शन का दौर कायम है। खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट काफी तेज है। ऐसे बाजार में निवेशकों को क्या करना चाहिए। किन सेक्टर्स पर फोकस रहना चाहिए। इन सभी मुद्दों और बाजार के आगे के आउटलुक पर बात करते हुए अलकेमी कैपिटल मैनेजमेंट के QUANT हेड और फंड मैनेजर आलोक अग्रवाल ने कहा कि एफआईआई की भारतीय बाजार में बड़ी बिकवाली और महंगे वैल्यूएशन के चलते बाजार में दबाव देखने को मिला। मिड-स्मॉलकैप शेयरों में भी ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
