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डॉलर के मुकाबले रुपया 78.04 के रिकॉर्ड लो पर हुआ बंद, जानिए वो चार कारण जो रुपए पर बना रहे हैं दबाव

दुनिया के लिए महंगाई बहुत बड़ी समस्या बन गई है। अमेरिका में महंगाई दर पिछले 40 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 13, 2022 पर 5:18 PM
डॉलर के मुकाबले रुपया 78.04 के रिकॉर्ड लो पर हुआ बंद, जानिए वो चार कारण जो रुपए पर बना रहे हैं दबाव
कमोडिटी कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से भारत का चालू खाते का घाटा बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2022 में ये GDP का 2.7 फीसदी था। जो कि वित्त वर्ष 2021 की तुलना में 1.2 फीसदी ज्यादा था

डॉलर के मुकाबले रुपया आज 78 के पार जाते हुए रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और मजबूत डॉलर रुपए पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 0.38 फीसदी की कमजोरी के साथ 78.14 के स्तर पर खुला था। खुलने को बाद इसमें और कमजोरी आती दिखी और ये 0.56 फीसदी की कमजोरी के साथ 78.28 के स्तर तक जाता दिखा। हालांकि आरबीआई के दखल के बाद रुपए की हालत कुछ सुधरी। कारोबर के अंत में डॉलर के मुकाबले रुपया 78.04 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि जानकारों का मानना है कि रुपया दूसरे इमर्जिंग देशों के मुकाबले अब भी मजबूत है, लेकिन ये भी माना जा रहा है कि एक डॉलर का भाव 79 रुपए तक फिसल सकता है।

भारत की विनिमय दर इस वर्ष के अधिकांश हिस्से में दबाव में रही। डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार नए निचले स्तर पर जाता नजर आ रहा है। रुपये के संकट का मूल कारण तेल की ऊंची कीमतें हैं। भारत अपनी ईंधन जरूरतों का लगभग 85 प्रतिशत आयात के माध्यम से पूरा करता है। देश की क्रूड ऑयल बास्केट प्राइस एक दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। कच्चे तेल के भाव 120 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं।

तेल की ऊंची कीमतें ही रुपए की एकमात्र दुश्मन नहीं हैं। यहां चार और कारक हैं जो रुपये के खिलाफ काम कर रहे हैं।

1-विदेशी फंडों की बिकवाली

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