डॉलर के मुकाबले रुपया 24 नवंबर को 90 के करीब पहुंच गया। 21 नवंबर को डॉलर के मुकाबले यह 89.49 के लेवल पर बंद हुआ था। डॉलर की डिमांड बढ़ने का असर रुपया पर पड़ा है। डॉलर के मुकाबले रुपये में तेज गिरावट का असर शेयर बाजार पर पड़ता है, क्योंकि इंपोर्टेड इनफ्लेशन का खतरा बढ़ जाता है। इनपुट कॉस्ट भी बढ़ जाती है।
