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इस शेयर ने 13 महीनों में निवेशकों का पैसा दोगुना किया, टाटा हेल्थकेयर फंड के निवेश करते ही 20% भागा

Sakar Healthcare के शेयर का प्राइस पिछले साल 8 जुलाई को 163 रुपये था। 4 अगस्त, 2023 को यह शेयर 324 रुपये पर बंद हुआ। इसने सिर्फ 13 महीनों में निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है। पिछले छह महीनों में यह शेयर 40 फीसदी चढ़ा है। 4 अगस्त को इस स्टॉक का नाम तब सुर्खियों में आ गया, जब इसके शेयरों में 20 फीसदी उछाल के बाद अपर सर्किट लग गया

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Aug 05, 2023 पर 11:52 AM
इस शेयर ने 13 महीनों में निवेशकों का पैसा दोगुना किया, टाटा हेल्थकेयर फंड के निवेश करते ही 20% भागा
साकार हेल्थकेयर की शुरुआत 2004 में हुई थी। यह अहमदाबाद कंपनी है। यह फार्मा कंपनी कई तरह के प्रोडक्ट्स बनाती है। इनमें लिक्विड ओरल्स, टैबलेट्स, कैपसूल्स, ड्राई पाउहर सिरप्स, ड्राई पाउहर इंजेक्शंस शामिल हैं। यह दुनिया के कई देशों में अपने प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट करती है।

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच अगर कोई स्टॉक सिर्फ 13 महीनों में निवेशकों का पैसा दोगुना कर दे तो आपको कैसा लगेगा? संभवत: आपको उस शेयर में निवेश का मौका चूक जाने का मलाल होगा। हम बात कर रहे हैं Sakar Healthcare की। इस कंपनी के शेयर का प्राइस पिछले साल 8 जुलाई को 163 रुपये था। 4 अगस्त, 2023 को यह शेयर 324 रुपये पर बंद हुआ। इसने सिर्फ 13 महीनों में निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है। पिछले छह महीनों में यह शेयर 40 फीसदी चढ़ा है। 4 अगस्त को इस स्टॉक का नाम तब सुर्खियों में आ गया, जब इसके शेयरों में 20 फीसदी उछाल के बाद अपर सर्किट लग गया। इसकी वजह टाटा हेल्थकेयर फंड के इस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने की खबर है। खबर है कि Tata Healthcare Fund ने साकार हेल्थकेयर में 10.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। 4 अगस्त से पहले इस कंपनी के बारे में कम ही बातें होती थीं।

कई तरह की दवाएं और इंजेक्शंस बनाती है कंपनी

Sakar Healthcare की शुरुआत 2004 में हुई थी। यह अहमदाबाद कंपनी है। यह फार्मा कंपनी कई तरह के प्रोडक्ट्स बनाती है। इनमें लिक्विड ओरल्स, टैबलेट्स, कैपसूल्स, ड्राई पाउहर सिरप्स, ड्राई पाउहर इंजेक्शंस शामिल हैं। यह दुनिया के कई देशों में अपने प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट करती है। पिछले साल अक्टूबर में कंपनी के ओरल सॉलिड डोजेज (OSD) और एक्टिव फार्मास्युटिक्ल इंग्रेडिएंट (API) मैन्युफैक्चरिंग ब्लॉक्स को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (WHO-GMP) का एप्रूवल मिला था। कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग इकाई गुजरात के बावला में है।

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