सेबी के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफएंडओ) के नए नियमों में से कुछ 20 नवंबर से लागू हो जाएंगे। नियमों का सख्त बनाने का असर इक्विटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर पड़ेगा। अभी स्टॉक डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग में एनएसई का पलड़ा भारी है। वॉल्यूम के मामले में वह बीएसई से काफी आगे है। सवाल है कि नए नियमों का बीएसई और एनएसई पर कितना असर पड़ेगा?
