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Stock market: 70 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों में दिखी 10-28% की बढ़त, जानिए अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market news: बीते हफ्ते घरेलू और ग्लोबल बाजार में कई अहम आंकड़े आए। उम्मीद से बेहतर मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा के चलते बाजार का सेंटीमेंट हाई रहा। भारत के अच्छे सीपीआई, डब्ल्यूपीआई और आईआईपी डेटा ने बाजार में नई उम्मीद जगाई। सीपीआई की दर आरबीआई के लक्ष्य के आसपास पहुंच गई हैं। इससे अब आगे दरों में कटौती होने की उम्मीद बढ़ गई है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Jun 17, 2023 पर 10:57 AM
Stock market: 70 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों में दिखी 10-28% की बढ़त, जानिए अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
निफ्टी बीते हफ्ते 18800 के ऊपर बंद हुआ जो पहले एक कड़े रजिस्टेंस के रूप में काम कर रहा था। डेली और ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटर भी पॉजिटिव क्रॉसओवर दे रहे हैं जो एक अच्छा संकेत है

Stock market news: मजबूत ग्लोबल और घरेलू आंकड़ों के साथ ही एफआईआई की तरफ से बढ़ते निवेश के दम पर भारतीय बाजारों में बीते हफ्ते तेजी कायम रही। अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़त की चिंताओं, चीन में धीमी पड़ती ग्रोथ और भारत के बढ़ते व्यापार घाटे की अनदेखी करते हुए बाजार ने हफ्ते की समाप्ति रिकॉर्ड हाई पर की। 16 जून को खत्म हुए हफ्ते में बीएसई सेंसेक्स 1.21 फिसदी या 758.95 अंक बढ़कर 63384.58 पर और निफ्टी 50 1.41 फीसदी या 262.6 अंक बढ़कर 18,826 पर बंद हुआ। इस हफ्ते बीएसई लार्ज-कैप ने 1.5 फीसदी, बीएसई मिड-कैप इंडेक्स ने 3 फीसदी और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स ने लगभग 3 फीसदी की तेजी दिखाई।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि बीते हफ्ते घरेलू और ग्लोबल बाजार में कई अहम आंकड़े आए। उम्मीद से बेहतर मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा के चलते बाजार का सेंटीमेंट हाई रहा। भारत के अच्छे सीपीआई, डब्ल्यूपीआई और आईआईपी डेटा ने बाजार में नई उम्मीद जगाई। सीपीआई की दर आरबीआई के लक्ष्य के आसपास पहुंच गई हैं। इससे अब आगे दरों में कटौती होने की उम्मीद बढ़ गई है। इस उम्मीद ने बाजार के लिए बूस्टर का काम किया है। बीते हफ्ते छोटे-मझोले शेयर दिग्गजों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते दिखे हैं। निफ्टी मिड कैप ऑल टाइम हाई पर ट्रेड कर रहा है। फेड की तरफ से साल के अंत तक दरों में दो बढ़ोतरियों के ऐलान का ग्लोबल बाजार में दिख रखा निगेटिव असर अल्पकालिक साबित होगा।

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका में बेरोजगारी दावों के बढ़े हुए आंकड़े और आयात कीमतों में गिरावट से फेड द्वारा दर में बदलाव पर विराम लगने की उम्मीद बढ़ी है। इसके अलावा उम्मीद से बेहतर खुदरा बिक्री आंकड़ों से भी अमेरिका में सेंटीमेंट सुधारा है।

16 जून को खत्म हुए हफ्ते में सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे रंग में बंद हुए। बीएसई रियल्टी इंडेक्स लगभग 4 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वहीं, हेल्थकेयर इंडेक्स में 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। इसी तरह बीएसई एफएमसीजी इंडेक्स में 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। जबकि बीएसई मेटल इंडेक्स 3.2 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ।

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