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US Fed से मिले 2025 में ब्याज दरों में दो बार कटौती के पुख्ता संकेत, निफ्टी आज पार कर सकता है 23000 का स्तर

US Fed Rate Cut: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को 4.25-4.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। बाजार पहले से ही यही मानकर चल भी रहा था। भारतीय बाजारों के लिए,गिफ्ट निफ्टी एक मजबूत शुरुआत का संकेत दे रहा है। बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 20 मार्च के सत्र में 23000 अंक को पार करने के लिए तैयार दिख रहा है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 20, 2025 पर 7:41 AM
US Fed से मिले 2025 में ब्याज दरों में दो बार कटौती के पुख्ता संकेत, निफ्टी आज पार कर सकता है 23000 का स्तर
अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को 4.25-4.50 प्रतिशत पर बरकरार रखने का निर्णय लिया है। यह एक ऐसा कदम है जिसकी बाजार को पहले से ही उम्मीद थी

य़ूएस फेडरल रिजर्व द्वारा 2025 में ब्याज दरों में दो और कटौती की योजना की पुष्टि किए जाने के बाद ग्लोबल बाजारों से अच्छे संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में आज 20 मार्च को भारतीय इक्विटी बाजारों के भी मजबूती के साथ खुलने की संभावना है। भारतीय बाजारों के लिए,गिफ्ट निफ्टी एक मजबूत शुरुआत का संकेत दे रहा है। बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 20 मार्च के सत्र में 23000 अंक को पार करने के लिए तैयार दिख रहा है। ब्याज दरों र लगाए जा रहे ताजा अनुमानों से पता चलता है कि फेड अधिकारियों का एक छोटा वर्ग अभी भी इस साल ब्याज दर में कुल 0.50 फीसदी की कटौती की उम्मीद कर रहा है।

इस खबर से जोश में आकर वॉल स्ट्रीट के इंडेक्सों ने अपनी शुरुआती तेजी को जारी रखा और कल कारोबारी सत्र के अंत में बढ़त लेकर बंद हुए। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज, एसएंडपी 500 और टेक-हैवी नैस्डैक में 1-1.4 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव न करने और गंभीर आर्थिक मंदी के जोखिम को नकारने के बाद वॉल स्ट्रीट की बढ़त से संकेत लेते हुए एशिया-प्रशांत के बाजारों में भी तेजी आई। ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 इंडेक्स की अपनिंग 0.77 फीसदी बढ़त के साथ हुई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.64 फीसदी चढ़ा और स्मॉल-कैप कोसडैक 0.55 भी बढ़ा। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स वायदा 24,719 पर दिख रहा है जो पिछले बंद 24,771.14 से थोड़ा कम है। जापान के बाजार छुट्टी के कारण बंद रहे।

गौरतलब है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को 4.25-4.50 प्रतिशत पर बरकरार रखने का निर्णय लिया है। यह एक ऐसा कदम है जिसकी बाजार को पहले से ही उम्मीद थी। हाल के दिनों में, विशेष रूप से ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते आर्थिक स्थितियों में बढ़ती 'अनिश्चितता' का हवाला देते हुए, फेडरल रिजर्व ने महंगाई के बढ़ते जोखिम पर चिंता व्यक्त की।

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