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Swiggy IPO Listing: ₹390 के शेयरों की प्रीमियम एंट्री, लेकिन Zomato से यहां भी पिछड़ी स्विगी

Swiggy IPO Listing: हुंडई के बाद इस साल 2024 के दूसरे सबसे बड़े स्विगी के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा नहीं भर पाया। स्विगी के आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई है। चेक करें कि आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल कैसे होगा।

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Nov 13, 2024 पर 4:06 PM
Swiggy IPO Listing: ₹390 के शेयरों की प्रीमियम एंट्री, लेकिन Zomato से यहां भी पिछड़ी स्विगी
Swiggy IPO: हुंडई मोटर के 27,870 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आईपीओ के बाद स्विगी का आईपीओ इस साल का दूसरा सबसे आईपीओ था।

Swiggy IPO Listing: ग्रे मार्केट से फ्लैट एंट्री के संकेतों के बीच स्विगी  के शेयर 7% से अधिक प्रीमियम पर लिस्ट हुए जबकि तीन साल पहले इसकी कॉम्पटीटर जोमैटो के शेयर 51 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए थे। इसके आईपीओ को भी मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर नहीं पाया था। ओवरऑल इसे 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 390 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 412 रुपये और NSE पर 420 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 7 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Swiggy Listing Gain) मिला।

हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर NSE पर यह 391 रुपये (Swiggy Share Price)  पर आ गया। हालांकि फिर तेज रिकवरी हुई और उछलकर यह 465.80 रुपये पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 464 रुपये पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 18.97 फीसदी मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 25 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।

Swiggy IPO: नए शेयरों और ऑफर फॉर सेल का मिक्स था इश्यू

हुंडई मोटर के 27,870 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आईपीओ के बाद स्विगी का आईपीओ इस साल का दूसरा सबसे आईपीओ था। स्विगी के ₹11,327.43 करोड़ के आईपीओ में निवेशकों ने 6-8 नवंबर तक ₹371-₹390 के प्राइस बैंड और 38 शेयरों के लॉट में पैसे लगाए। एंप्लॉयीज को हर शेयर पर 25 रुपये का डिस्काउंट मिला है। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा नहीं भरा था। ओवरऑल यह 3.59 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 6.02 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.41 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.14 और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.65 गुना भरा था।

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