ज्यादातर न्यू एज कंपनियों में वेंचर फंडों का इनवेस्टमेंट है। इनमें प्रमोटर की होल्डिंग कम है। दरअसल बिजनेस बढ़ाने के लिए प्रमोटरों ने वेंचर फंडों से काफी पैसे जुटाए हैं। इसके लिए प्रमोटरों ने अपनी हिस्सेदारी बेची है। इससे कंपनी में उनकी हिस्सेदारी घटती गई है। यही वजह है कि ASK Investment Managers के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर भरत शाह न्यू एज कंपनियों में निवेश करने से कतराते हैं। उनका भरोसा इन कंपनियों पर नहीं बन पा रहा है।