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बाजार के बदलते ट्रेंड से क्या हैं डरने की जरुरत, अनुज सिंघल से जानें गिरावट के कौन से है 3 कारण और आगे की रणनीति

अगर शॉर्ट नहीं कर सकते तो इंडेक्स से दूर रहें। शॉर्ट करने की भी जगह और तरीके हैं। जहां रैली फेल हो वहां शॉर्ट करें। इतने बड़े गैपडाउन पर शॉर्ट नहीं बनता। इंडेक्स में दोनों तरफ के ट्रेड्स हैं। बैंक निफ्टी पर हमारा avoid का नजरिया रहा ही है। इंडेक्स में दोनों तरफ के मौके खोजें और इंट्राडे रहें। चुनिंदा शेयरों में आपको अब भी अच्छे मौके मिल रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 07, 2025 पर 8:59 AM
बाजार के बदलते ट्रेंड से क्या हैं डरने की जरुरत, अनुज सिंघल से जानें गिरावट के कौन से है 3 कारण और आगे की रणनीति
अब निफ्टी 20 DEMA के नीचे सेटल हो चुका है। 20 DEMA को 1 बार डिफेंड किया लेकिन दूसरे टेस्ट में फेल हुआ। निफ्टी में क्लोज टू क्लोज 1628 अंकों की रैली हुई थी।

अनुज सिंघल, मैनेजिंग एडिटर, सीएनबीसी आवाज

सबसे आसान है कहना कि FIIs बेच रहे हैं। ये सही है कि FIIs बेच रहे हैं लेकिन वो सिर्फ बीमारे के लक्षण हैं। असली बीमारी क्या है, इस पर अब बात करते हैं। बाजार के गिरने के 3 मुख्य कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है पिछले 3-4 दिन के नतीजे और अपडेट्स। कंजम्प्शन से जुड़ी कंपनियों से सबसे ज्यादा उम्मीद थी और वही डगमगा गए। AC कंपनियों के नतीजे बहुत खराब रहे और गाइडेंस भी काटी गई। हीरो मोटो ने बहुत खराब अक्टूबर बिक्री आंकड़े पेश किए। दूसरा बड़ा कारण है भारत-US ट्रे़ड डील में देरी का होना। पिछले महीने लग रहा था कि ट्रे़ड डील होने ही वाली है। अभी तक उसके संकेत नहीं हैं, सिर्फ बयान आ रहे हैं। आज भी ट्रंप ने पॉजिटिव कहा है लेकिन एक्शन नहीं है। ट्रंप अतिरिक्त 25% वाला टैरिफ क्यों नहीं हटा रहे हैं?और तीसरा बड़ा कारण है ग्लोबल बाजारों में बड़ी गिरावट का डर, जो भारतीय बाजार पर दिख रहा है।

बाजार: कहां तक गिर सकते हैं?

अब निफ्टी 20 DEMA के नीचे सेटल हो चुका है। 20 DEMA को 1 बार डिफेंड किया लेकिन दूसरे टेस्ट में फेल हुआ। निफ्टी में क्लोज टू क्लोज 1628 अंकों की रैली हुई थी। 24,426 से 26,054 की एकतरफा तेजी हुई थी। उसका एक तिहाई retracement 25,511 पर आता है । इसका मतलब कल तक 33% retracement हो चुका है। अब अगर 50% retracement हुआ तो वो लेवल है 25,240 का। हमने तेजी में तो हिस्सा लिया लेकिन लशॉर्ट ट्रेड छूटा है। अब इन लेवल्स पर शॉर्ट करने में काफी रिस्क है लेकिन बाजार में अभी लॉन्ग करने का भरोसा नहीं है।

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