IMD Weather Forecast: मौसम विभाग ने कहा कि देश में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के दौरान सामान्य बारिश होने की उम्मीद है। IMD ने हालांकि कहा कि मॉनसून के दौरान अल नीनो की स्थिति बन सकती है। यह पूर्वानुमान कृषि क्षेत्र के लिए राहत की खबर है। कृषि क्षेत्र फसलों की पैदावार के लिए मुख्य रूप से मॉनसून की बारिश पर ही निर्भर रहता है।
IMD Weather Forecast: मौसम विभाग ने कहा कि देश में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के दौरान सामान्य बारिश होने की उम्मीद है। IMD ने हालांकि कहा कि मॉनसून के दौरान अल नीनो की स्थिति बन सकती है। यह पूर्वानुमान कृषि क्षेत्र के लिए राहत की खबर है। कृषि क्षेत्र फसलों की पैदावार के लिए मुख्य रूप से मॉनसून की बारिश पर ही निर्भर रहता है।
IMD Weather Forecast: आईएमडी के पूर्वानुमान से एक दिन पहले निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने देश में मॉनसून के दौरान सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान जताया था। IMD के महानिदेशक एम महापात्रा ने बताया कि बारिश के सामान्य और सामान्य से ज्यादा होने की 67 फीसदी संभावना है।
IMD Weather Forecast: उन्होंने बताया कि फरवरी मार्च 2023 के दौरान उत्तरी गोलार्द्ध और यूरेशिया में बर्फ से ढके क्षेत्र सामान्य से कम रहे हैं। उत्तरी गोलार्द्ध पर कम बर्फ का पड़ना समूचे भारत में दक्षिण पश्चिम मॉनसून की बारिश के लिए अनुकूल माना जाता है।
IMD Weather Forecast: भारत में 2019 से लगातार चार वर्षों से मॉनसून के दौरान सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश हो रही है। महापात्रा ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत, पश्चिम मध्य और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के दौरान सामान्य और सामान्य से कम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है।
IMD Weather Forecast: IMD प्रमुख ने कहा कि प्रायद्वीपीय क्षेत्र, इससे सटे पूर्वी मध्य, पूर्वी, पूर्वोत्तर क्षेत्रों के कई हिस्सों में तथा उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश हो सकती है। आईएमडी के प्रमुख ने कहा कि अल नीनो की स्थितियां मॉनसून के दौरान विकसित हो सकती हैं और मॉनसून के दूसरे चरण में इसका असर महसूस हो सकता है।
IMD Weather Forecast: उन्होंने कहा कि (1951-2022 के बीच) विगत में जितने साल भी अल नीनो सक्रिय रहा है, वे सभी बारिश मॉनसून के लिहाज से बुरे नहीं थे और 40 प्रतिशत अल नीनो वर्षों के दौरान सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हुई थी।
IMD Weather Forecast: अल नीनो के कारण दक्षिण अमेरिका के पास प्रशांत महासागर की सतह के जल का ताप सामान्य से अधिक हो जाता है। इसे मॉनसून की हवाओं के कमजोर पड़ने और भारत में कम बारिश के साथ जोड़ा जाता है।
IMD Weather Forecast: मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 2019 में मॉनसून के दौरान 971.8 मिमी, 2020 में 961.4 मिमी, 2021 में 874.5 मिमी और 2022 में 924.8 मिमी बारिश हुई थी।