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Bank of Japan Rate Hike: जापान में महंगा हुआ कर्ज, दो वजहों से बढ़ी ब्याज दर, अब आगे ये है रुझान

Bank of Japan Rate Hike: अमेरिकी फेडरल रिजर्व और यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए दरें बढ़ाने के बाद अब उन्हें घटाना शुरू कर दिया है। फेड ने हाल ही में संकेत दिया कि दरों को घटाने की रफ्तार अब सुस्त होगी। वहीं दूसरी तरफ बैंक ऑफ जापान ने इंटेरेस्ट रेट बढ़ा दिया है। आगे के लिए जापान के केंद्रीय बैंक ने ये संकेत दिए हैं

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 24, 2025 पर 11:23 AM
Bank of Japan Rate Hike: जापान में महंगा हुआ कर्ज, दो वजहों से बढ़ी ब्याज दर, अब आगे ये है रुझान
Bank of Japan Rate Hike: जापान से बड़ी खबर आ रही है। अमेरिका और भारत समेत दुनिया के कई देशों में रेट में कटौती का इंतजार हो रहा है, वहीं बैंक ऑफ जापान ने अहम ब्याज दर को 0.25 से बढ़ाकर 0.5 फीसदी कर दी है।

Bank of Japan Rate Hike: जापान से बड़ी खबर आ रही है। अमेरिका और भारत समेत दुनिया के कई देशों में रेट में कटौती का इंतजार हो रहा है, वहीं बैंक ऑफ जापान ने अहम ब्याज दर को 0.25  से बढ़ाकर 0.5 फीसदी कर दी है। जापान के केंद्रीय बैंक ने महंगाई और ऊंचे पारिश्रमिक को वजह बताते हुए यह फैसला किया है। बैंक ऑफ जापान के गवर्नर काजुओ उएडा (Kazuo Ueda) पहले ही बार-बार इस कदम के बारे में संकेत दे दिए थे। हालिया प्राइस डेटा के मुताबिक जापान में मुद्रास्फीति केंद्रीय बैंक के 2 फीसदी लक्ष्य के आसपास बनी हुई है। जापान की स्थिति अमेरिकी फेडरल रिजर्व और यूरोपीय केंद्रीय बैंक से अलग है, जिन्होंने महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए दरें बढ़ाने के बाद अब उन्हें घटाना शुरू कर दिया है। फेड ने हाल ही में संकेत दिया कि दरों को घटाने की रफ्तार अब सुस्त होगी।

अभी और बढ़ सकती हैं ब्याज दर

जापान के केंद्रीय बैंक ने आज 24 जनवरी को अहम ब्याज दर को बढ़ा दिया है। इसके अलावा बैंक ऑफ जापान ने यह भी संकेत दिया है कि आगे ब्याज दरों में और बढ़ोतरी हो सकती है। बैंक ने जोर देकर कहा कि अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने के लिए वह अत्यधिक सतर्क रहेगा। बैंक ऑफ जापान का यह फैसला टोक्यो में दो दिनों तक चली पॉलिसी बोर्ड की बैठक के बाद आया है। इस पहले बैंक ऑफ जापान ने पिछले साल मार्च में 17 वर्षों में पहली बार रेट हाइक किया था और अपनी नकारात्मक ब्याज दर नीति को समाप्त कर दिया था। जापान की लंबी समय से चली आ रही अत्यधिक ढीली मौद्रिक नीति का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को मंदी से बाहर निकालना और विकास को बढ़ावा देना था।

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