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Elon Musk पर ₹1298 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, अमेरिकी बाजार नियामक ने किया मुकदमा

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की एक बार फिर सरकार बनने जा रही है। वह 20 जनवरी को शपथ लेंगे और उससे पहले ही उनके बड़े समर्थक एलॉन मस्क (Elon Musk) के खिलाफ अमेरिकी बाजार नियामक SEC ने एक मुकदमा दायर कर दिया है। एसईसी ने उन पर 15 करोड़ डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। जानिए क्या है पूरा मामला

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 15, 2025 पर 9:49 AM
Elon Musk पर ₹1298 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, अमेरिकी बाजार नियामक ने किया मुकदमा
एसईसी का कहना है कि एलॉन मस्क ने ट्विटर में अपने शेयरहोल्डिंग की जानकारी समय पर नहीं दी जिसके चलते इसके भाव कम ही बने रहे। ऐसे में अधिग्रहण से पहले जिन निवेशकों ने शेयर कम भाव पर बेच दिए थे, उन्हें कम मुनाफा हुआ।

दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क (Elon Musk) धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। उनके खिलाफ यह दावा अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने किया है। एसईसी ने इसे लेकर वॉशिंगटन के फेडरल कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर किया है। याचिका में बाजार नियामक का कहना है कि मस्क ने ट्विटर (Twitter) में अपनी बढ़ती हिस्सेदारी को लेकर लंबे समय तक छिपाकर इसके शेयरहोल्डर्स से 15 करोड़ डॉलर (₹1297.96 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी की जबकि वह अधिग्रहण की तैयारी कर रहे थे। अमेरिकी बाजार नियामक ने यह मुकदमा ऐसे समय में किया है, जब अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बनने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं और मस्क ट्रंप के समर्थक हैं।

क्या आरोप है SEC का?

एसईसी का कहना है कि एलॉन मस्क ने ट्विटर में अपने शेयरहोल्डिंग की जानकारी समय पर नहीं दी जिसके चलते इसके भाव कम ही बने रहे। ऐसे में अधिग्रहण से पहले जिन निवेशकों ने शेयर कम भाव पर बेच दिए थे, उन्हें कम मुनाफा हुआ। एसईसी का कहना है कि अगर वह इस बात का खुलासा जल्द कर देते कि उन्होंने वर्ष 2022 की शुरुआत में ट्विटर की 5 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली है तो इसके शेयर उछल जाते। अमेरिकी बाजार नियामक वर्ष 2022 से ट्विटर में मस्क के निवेश की जांच कर रही है और उनसे यह स्पष्ट करने के लिए कह रही है कि उन्होंने ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी समय पर क्यों नहीं घोषित की।

मार्च 2022 तक एलॉन मस्क के पास ट्विटर की 9 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी हो गई थी। ऐसे में नियमों के मुताबिक खरीदारी के 10 दिनों के भीतर इसका खुलासा करना अनिवार्य था लेकिन मस्क ने इसका खुलासा 11 दिन बाद किया और कंपनी के शेयर 27 फीसदी उछल गए। एसईसी की याचिका में आरोप लगाया गया है कि मस्क की हिस्सेदारी जब 5% के पार गई तो उन्हें बार-बार इसके खुलासे को कहा गया लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया। अमेरिकी बाजार नियामक ने कोर्ट से एलॉन मस्क को सजा देने और शेयरों को कम भाव पर खरीदने से हुए फायदे को लौटाने को कहा है।

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