कई शेयरों की कीमतों अपने हाई लेवल से 10-16 फीसदी तक नीचे हैं। इसमें दुनियाभर में इंटरेस्ट रेट (Interest Rate) में वृद्धि, बढ़ते इनफ्लेशन (Inflation), जियो-पॉलिटिकल टेंशन का हाथ है। इस साल लार्जकैप (Largecap) और मिडकैप (Midcap) सूचकांकों में 5-7 फीसदी तेजी आई है। हालांकि, स्मॉलकैप इंडेक्स (smallcap index) इस साल 10 फीसदी गिरा है।