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Gold Rate: गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर होने के बावजूद लोग नहीं बेच रहे अपनी पुरानी ज्वेलरी, जानिए वजह

इस साल मार्च में गोल्ड ने पहली बार 3,000 डॉलर प्रति औंस का लेवल पार किया था। तब लोगों की दिलचस्पी अपनी पुरानी गोल्ड ज्वेलरी बेचने में दिखी थी। इससे सेकेंड हैंड गोल्ड ज्वेलरी की सप्लाई बढ़ गई थी। लेकिन, इस बार पुरानी गोल्ड की सप्लाई मार्केट में कम है

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Sep 17, 2025 पर 5:07 PM
Gold Rate: गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर होने के बावजूद लोग नहीं बेच रहे अपनी पुरानी ज्वेलरी, जानिए वजह
सोने ने निवेशकों को इस साल 42 फीसदी रिटर्न दिया है। पिछले साल इसने 21 फीसदी रिटर्न दिया था।

इस बार गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर होने के बावजूद लोग अपनी गोल्ड ज्वेलरी नहीं बेच रहे। इस साल मार्च में जब गोल्ड की कीमतें पहली पार 3000 डॉलर के पार गई थीं, तब मार्केट में सेकेंड हैंड गोल्ड और कॉइन की सप्लाई बढ़ गई थी। आम तौर पर गोल्ड की कीमतें हाई पर होने पर लोग पुरानी ज्वेलरी बेचकर नई बनवाते हैं या उसके बदले पैसे ले लेते हैं। लेकिन, इस बार ऐसा नहीं हो रहा। हर हफ्ते गोल्ड ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना रहा है। इससे लोगों को लगता है कि गोल्ड की कीमतों में अभी और चढ़ेंगी।

लोगों को सोने की कीमतें और ऊपर जाने की उम्मीद

इस साल मार्च में गोल्ड ने पहली बार 3,000 डॉलर प्रति औंस का लेवल पार किया था। तब लोगों की दिलचस्पी अपनी पुरानी गोल्ड ज्वेलरी बेचने में दिखी थी। इससे सेकेंड हैंड गोल्ड ज्वेलरी की सप्लाई बढ़ गई थी। दिल्ली में इंडिया गोल्ड कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने आए सीजीआर मेटलएलॉयज के मैनेजिंग डायरेक्टर जेम्स जोस ने कहा, "इस बार लोगों को लग रहा है कि सोने की कीमतें और ऊपर जाएंगी। इसलिए लोग मुनाफे के लिए अपनी गोल्ड ज्वेलरी बेचने की जगह उसे अपने पास रख रहे हैं।"

18 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड में नरमी

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