Bima Sugam: भारत में बीमा की पहुंच काफी कम है। भारत में बीमा कवरेज का स्तर वित्त वर्ष 2023-24 में 3.7% रहा, जो दुनिया के औसत (लगभग 7%) से काफी कम है। हालांकि, सरकार ने साल 2047 तक हर शख्स तक बीमा पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
Bima Sugam: भारत में बीमा की पहुंच काफी कम है। भारत में बीमा कवरेज का स्तर वित्त वर्ष 2023-24 में 3.7% रहा, जो दुनिया के औसत (लगभग 7%) से काफी कम है। हालांकि, सरकार ने साल 2047 तक हर शख्स तक बीमा पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
इसमें नया डिजिटल इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म- बीमा सुगम (Bima Sugam) काफी अहम भूमिका निभाने वाला है। इसका मकसद पॉलिसी खरीदने, रिन्यू कराने और क्लेम करने के प्रोसेस को आसान बनाना है। इस प्लेटफॉर्म से बीमा कवर की पहुंच देशभर में बढ़ेगी।
Bima Sugam की शुरुआत कैसे हुई
बीमा सुगम का आइडिया पहली बार करीब तीन साल सामने आया था। अब IRDAI ने Bima Sugam लॉन्च करने की दिशा में पहला ठोस कदम उठाया है। यह इंश्योरेंस प्रोडक्ट और सर्विसेज के लिए दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन मार्केटप्लेस बनने जा रहा है।
IRDAI के चेयरमैन अजय सेठ ने हाल ही में बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन (BSIF) की वेबसाइट का उद्घाटन किया, जो इस मार्केटप्लेस को चलाने के लिए बनाई गई गैर-लाभकारी संस्था है।
बीमा सुगम में इतनी देर क्यों लग गई?
बीमा मार्केटप्लेस की योजना सबसे पहले 2022 में प्रस्तावित की गई थी। इसे 'Insurance for All by 2047' के विजन का हिस्सा माना गया। हालांकि, इसके स्केल और जटिलता के कारण इसे रोलआउट करने में देरी हुई। इसमें जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा, टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर्स और रेगुलेटर सहित कई स्टेकहोल्डर्स के तालमेल की जरूरत थी। अब अजय सेठ के नेतृत्व में यह पहल फिर से गति पकड़ रही है।
बीमा सुगम में क्या नया मिलेगा?
इंटीग्रेटेड मार्केटप्लेस की जरूरत क्यों?
Bima Sugam को 'एमेजॉन की तरह' मार्केटप्लेस के रूप में डिजाइन किया गया है। ग्राहक यहां लाइफ, हेल्थ और मोटर बीमा की एक ही जगह तुलना कर सकेंगे। साथ ही, उन्हें खरीद और रिन्यू भी कर सकेंगे।
आज के समय में ग्राहक एजेंट, ब्रोकर्स या अलग-अलग पोर्टल पर भरोसा करते हैं। इससे कीमत और सेवा में असमानता आती है। Bima Sugam में पॉलिसी डॉक्युमेंट्स सुरक्षित रूप से एक ही जगह रखे जाएंगे। क्लेम, रिन्यूअल और शिकायतों के निपटारे भी आसानी से होंगे।
बीमा कंपनियों, ब्रोकर्स को फायदा?
Bima Sugam बीमा कंपनियों को को सीधे ग्राहकों तक डिजिटल ब्रिज मुहैया कराएगा। इससे डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट कम होगी और बीमा की पहुंच देशभर में बढ़ेगी। भारत में बीमा प्रीमियम की पहुंच अभी भी बहुत कम है। FY24 में यह केवल 3.7% GDP रही। भारत में बीमा कवरेज का स्तर दुनिया के औसत (लगभग 7%) से काफी कम है, यानी ज्यादातर लोग या तो बीमा नहीं खरीदते।
ऐसे में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए नए ग्राहकों तक पहुंचना आसान होगा। बीमा सुगम एजेंट्स और ब्रोकर्स की भूमिका खत्म नहीं करने वाला है। बल्कि, इससे उन्हें ज्यादा सहूलियत होगी और मौके भी बढ़ेंगे। वे सेल्स और क्लाइंट पोर्टफोलियो डिजिटल तरीके से मैनेज कर सकेंगे।
प्लेटफॉर्म कब लाइव होगा?
Bima Sugam मार्केटप्लेस दिसंबर 2025 में लाइव होने की उम्मीद है। शुरुआती चरण में यह वेबसाइट सिर्फ जानकारी और गाइडेंस हब के रूप में काम करेगी। धीरे-धीरे पूरी तरह से ट्रांजैक्शन की सुविधा शुरू होगी। शुरुआती स्टेज में सीमित प्रोडक्ट कैटेगरी और बेसिक सर्विसिंग जैसे e-KYC, चुनिंदा पॉलिसी और बेसिक क्लेम सपोर्ट शामिल होंगे।
भविष्य में यह जीवन, स्वास्थ्य, मोटर, ट्रैवल, प्रॉपर्टी और कृषि बीमा सहित सभी प्रोडक्ट्स कवर करेगा। इससे पूरा डिजिटल इकोसिस्टम तैयार होगा। Bima Sugam पर शुल्क भी न्यूनतम रखा जाएगा।
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