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BL एग्रो ने रखा बड़ा लक्ष्य, अगले 5 वर्षों में 20000 करोड़ की कमाई का इरादा

BL Agro Investment Strategy: BL एग्रो अगले पांच वर्षों में ₹3,000 करोड़ का निवेश करके अपने कारोबार को 2.5 गुना बढ़ाकर ₹20,000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखती है।

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 05, 2025 पर 8:57 PM
BL एग्रो ने रखा बड़ा लक्ष्य, अगले 5 वर्षों में 20000 करोड़ की कमाई का इरादा

उत्तर प्रदेश स्थित BL एग्रो अपने कारोबार को तेजी से बढ़ाने की योजना बना रही है। कंपनी ने अगले पांच वर्षों में अपने राजस्व को वर्तमान से लगभग 2.5 गुना बढ़ाकर ₹20,000 करोड़ करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कंपनी आगामी समय में कुल ₹3,000 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें खाद्य तेल के अलावा चावल और दूध जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार भी शामिल है। BL एग्रो उत्तर प्रदेश का एक पारिवारिक स्वामित्व वाला समूह है, जो 'बैल कोल्हू' ब्रांड के तहत प्रमुख रूप से खाद्य तेल और 'नरिश' समेत अन्य ब्रांड के अंतर्गत प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का उत्पादन और बिक्री करता है।

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नवनीत रविकर ने बताया कि ₹3,000 करोड़ का यह निवेश इस्तेमाल चावल और दूध जैसे कई खाद्य श्रेणियों के विस्तार के लिए किया जाएगा। इस निवेश के जरिए BL एग्रो न सिर्फ उत्पादन बढ़ाएगी बल्कि अपने नए उद्यमों को भी मजबूत करेगी। कंपनी वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग ₹8,000 करोड़ का कारोबार कर चुकी है, जो अपने वर्तमान प्रदर्शन से आगे बढ़ने की स्पष्ट दिशा देता है।

रविकर ने यह भी कहा कि निवेश की पूंजी जुटाने के लिए BL एग्रो आंतरिक संसाधनों के साथ-साथ बाहरी साझेदारों के साथ संयुक्त उद्यम की संभावना पर भी विचार कर रही है। विदेशी बाजार में भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए खास दिलचस्पी है। रूस, पश्चिम एशिया, यूरोप और ब्राजील जैसे देश इस क्षेत्र में साझेदारी के लिए उत्सुकता दिखा रहे हैं। BL एग्रो की यह विस्तार योजना घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विपणन क्षेत्र दोनों में इसे मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।

इस योजना के सफल क्रियान्वयन से न केवल BL एग्रो का कारोबार बड़े पैमाने पर बढ़ेगा, बल्कि यह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भारत की ताकत को भी वैश्विक स्तर पर स्थापित करेगा। कंपनी की यह रणनीति न केवल उद्योग के लिए नए अवसर खोलेगी, बल्कि किसानों और उपभोक्ताओं को भी फायदेमंद साबित होगी, जिससे आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।

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