राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण अथॉरिटी (National Pharmaceutical Pricing Authority -NPPA) ने आठ दवाओं के 11 फॉर्मूलों की कीमतों में 50 फीसदी तक बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। एनपीपीए का कहना है कि इसका मकसद सार्वजनिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए दवाओं को हमेशा मुहैया कराना है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, औषधि (मूल्य नियंत्रण) आदेश, 2013 के पैरा 19 के तहत एक मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। ताकि लोगों को आवश्यक दवाएं उचित मूल्य पर बाजार में मिल सकें। दवा बनाने वाली कंपनियों की ओर से दाम बढ़ाने की मांग लंबे समय से चल रही थी।