इस समय बाजार में नकली नोटों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पहले महात्मा गांधी की तस्वीर और कागज की गुणवत्ता देखकर नकली नोटों की पहचान की जाती थी। लेकिन अब जालसाजों ने अपने कौशल को इतना बढ़ा लिया है कि वे ऐसे नकली नोट बना रहे हैं, जो आसानी से असली लगते हैं। जिसकी वजह से लोगों को असली और नकली नोट की पहचान करने में दिक्कत हो जाती है। इसी कारण नकली नोटों का चलन बढ़ गया है, जो फिलहाल बिहार में एक गंभीर समस्या बन गई है।
