सोने की कीमतें अक्तूबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थीं। उसके बाद कीमतें गिर गईं। गोल्ड में अब भी कमजोरी बनी हुई है। 4 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड पर दबाव देखने को मिला। निवेशकों के मन में गोल्ड को लेकर कई सवाल चल रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या गोल्ड में तेजी का दौर खत्म हो चुका है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए यह समझना जरूरी है कि गोल्ड में किन वजहों से तेजी आई थी।
