Get App

गोल्ड के अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4000 डॉलर के पार जाने के ये हैं सबसे बड़े कारण

Gold Price: गोल्ड तब ऑल-टाइम हाई पर है, जब दिवाली करीब है। भारत में धनतेरस और दिवाली के मौके पर बुलियन (सोना-चांदी) खरीदना शुभ माना जाता है। ऊंची कीमतों का असर इस बार दिवाली पर खरीदारी पर पड़ सकता है। लेकिन, इंडिया में आम तौर पर गोल्ड में तेजी से लोग खुश हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 08, 2025 पर 5:26 PM
गोल्ड के अंतरराष्ट्रीय बाजार में 4000 डॉलर के पार जाने के ये हैं सबसे बड़े कारण
गोल्ड को पारंपरिक रूप से इनवेस्टमेंट का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता रहा है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने पर इसकी डिमांड बढ़ जाती है।

गोल्ड ने 8 अक्टूबर को ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना दिया। पहली बार यह 4,000 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार निकल गया। गोल्ड तब ऑल-टाइम हाई पर है, जब दिवाली करीब है। भारत में धनतेरस और दिवाली के मौके पर बुलियन (सोना-चांदी) खरीदना शुभ माना जाता है। ऊंची कीमतों का असर इस बार दिवाली पर खरीदारी पर पड़ सकता है। लेकिन, इंडिया में आम तौर पर गोल्ड में तेजी से लोग खुश हैं, क्योंकि ज्यादा या कम करीब हर परिवार के पास गोल्ड ज्वैलरी होती है।

इस साल 50 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है गोल्ड

वेल्थ मैनेजर मनीफार्म के चीफ इनवेस्टमेंट अफसर रिचर्ड फ्लैक्स ने बताया, "इनवेस्टर्स की दिलचस्पी की वजह से Gold Price में तेजी जारी है। इस साल गोल्ड 50 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। सिर्फ सितंबर में यह करीब 12 फीसदी उछला है।" बहुत कम ऐसा हुआ होगा, जब किसी एक महीने में गोल्ड ने इतनी ज्यादा तेजी दिखाई होगी। आखिर गोल्ड में इस अप्रत्याशित तेजी की क्या वजह है?

अमेरिका में इंटरेस्ट रेट घटने की उम्मीद से भी मिल रहा सपोर्ट

सब समाचार

+ और भी पढ़ें