ITR Filing 2025: मार्केट रेगुलेटर SEBI की एक रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में लगभग 93% फ्यूचर्स और ऑप्शन्स (F&O) ट्रेडर्स को औसतन ₹2 लाख का नुकसान हुआ। ऐसे में कई ट्रेडर्स यह मान लेते हैं कि चूंकि उन्हें घाटा हुआ है, इसलिए F&O लेनदेन को इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में दिखाना जरूरी नहीं है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं, तो यह बड़ी गलतफहमी है।