कल्पना कीजिए कि आपने सिर्फ 1 लाख रुपये लगाए और कुछ सालों बाद वही रकम 10 करोड़ रुपये में बदल गए। सुनने में सपना लगता है ना? या आपको लगता है कि ये कोई फ्रॉड है? लेकिन ये 1 लाख रुपये से 10 करोड़ बनाने का सपना हकीकत बन सकता है। अगर आप कंपाउंडिंग यानी चक्रवृद्धि ब्याज का सही मतलब समझ लें और थोड़ा टाइम दें। कंपाउंडिंग पैसे को समय के साथ मल्टीप्लाई करता है। इसके लिए आपको कुछ एक्स्ट्रा नहीं करना होता। असली कमाल तब होता है जब ब्याज, खुद पर भी ब्याज कमाने लगता है। यही इंटरेस्ट पर इंटरेस्ट वाला जादू है। जो आपके पैसों को दौड़ाने का काम करता है। लेकिन अफसोस! बहुत से लोग कंपाउंडिंग की ताकत को शुरुआती कम रिटर्न की वजह से नजरअंदाज कर देते हैं और पैसा बीच में ही निकाल लेते हैं। और यहीं वे करोड़ों के फायदे से चूक जाते हैं।