कोरोना की महामारी और उसके बाद पैदा हुई आर्थिक मुश्किलों की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस (health Insurance) को लेकर लोगों की धारणा बदल गई है। कई लोग कंपनी की तरफ से उपलब्ध हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर निर्भरता को रिस्की मानने लगे हैं। उन्हें 5 लाख रुपये का बीमा कवर भी नाकाफी लगता है।