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बीमा सेक्टर में बड़ा बदलाव, आज से पेपरलेस पॉलिसी ही जारी करेंगी बीमा कंपनियां

अगर आप 1 अप्रैल के बाद इंश्योरेंस खरीदते हैं, तो इंश्योरेंस करने वाली कंपनी आपकी पॉलिसी सिर्फ डिजिटल फॉर्म में जारी करेगी। इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है। यह विकल्प सबसे पहले 2013 मे शुरू किया गया था

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 01, 2024 पर 3:37 PM
बीमा सेक्टर में बड़ा बदलाव, आज से पेपरलेस पॉलिसी ही जारी करेंगी बीमा कंपनियां
पेपरलेस शेयरों की तरह ई-इंश्योरेंस अकाउंट के तहत पॉलिसी को डिजिटल फॉर्म में जारी किया जाता है।

अगर आप 1 अप्रैल के बाद इंश्योरेंस खरीदते हैं, तो इंश्योरेंस करने वाली कंपनी आपकी पॉलिसी सिर्फ डिजिटल फॉर्मैट में जारी करेगी। इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है। यह विकल्प सबसे पहले 2013 मे शुरू किया गया था और अब 4 इंश्योरेंस रिपॉजिटरी- CAMS रिपॉजिटरी, कार्वी, NSDL डेटाबेस मैनेजमेंट (NDML) और सेंट्रल इंश्योरेंस रिपॉजिटरी ऑफ इंडिया ई- इंश्योरेंस खाते खोलने की सुविधा मुहैया कराते हैं।

रेगुलेटर्स, इंश्योरेंस कंपनियों और अन्य स्टेकहोल्डर्स का मानना है कि ई-इंश्योरेंस से पॉलिसीहोल्डर्स और पूरे इंश्योरेंस इकोसिस्टम को मदद मिलेगी।

ई-इंश्योरेंस अकाउंट्स क्या हैं?

पेपरलेस शेयरों की तरह ई-इंश्योरेंस अकाउंट के तहत पॉलिसी को डिजिटल फॉर्म में जारी किया जाता है। ज्यादातर प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियां पॉलिसीहोल्डर्स के लिए पहले से ही ई-इंश्योरेंस खाते खोल रही हैं। अब तक पॉलिसीहोल्डर्स के पास यह विकल्प है कि वे पॉलिसी को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में खरीदें या रखें या किसी अन्य फॉर्म में। रेगुलेटर ने 1 अप्रैल से इंश्योरेंस कंपनियों के लिए पॉलिसी को सिर्फ डिजिटल फॉर्म में जारी करना जरूरी कर दिया है।

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