Get App

ITR Filing 2025: टैक्सपेयर्स सावधान! AIS डेटा मिसमैच की बढ़ी समस्या, नोटिस का खतरा; एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका

ITR Filing 2025: असेसमेंट ईयर 2025-26 के ITR फाइलिंग सीजन में AIS डेटा में गड़बड़ियां बढ़ रही हैं। इससे छोटे टैक्सपेयर्स को नोटिस और रिफंड में देरी की आशंका है। एक्सपर्ट से जानिए कि ये समस्या क्यों हो रही है और इससे बचने का क्या तरीका है।

Edited By: Suneel Kumarअपडेटेड Jul 14, 2025 पर 4:29 PM
ITR Filing 2025: टैक्सपेयर्स सावधान! AIS डेटा मिसमैच की बढ़ी समस्या, नोटिस का खतरा; एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका
एक्सपर्ट के अनुसार, इस बार AIS डेटाबेस में डुप्लीकेट और गलत एंट्री की संख्या पहले से अधिक है।

ITR Filing 2025: असेसमेंट ईयर 2025-26 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की डेडलाइन तकनीकी तैयारियों के चलते पहले ही 15 सितंबर तक बढ़ाई जा चुकी है। लेकिन अब एनुअल इन्फॉर्मेशन स्टेटमेंट (Annual Information Statement - AIS) में तकनीकी खामियों और डेटा मिसमैच के मामलों ने टैक्सपेयर्स के लिए नई चिंता खड़ी कर दी है। यह परेशानी खासकर ITR-1 फाइल करने वाले छोटे निवेशकों को हो रही है।

गलत ब्याज रिपोर्टिंग बनी मुख्य समस्या

बॉम्बे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स सोसायटी (BCAS) की कोषाध्यक्ष और सीए किंजल भुट्टा ने बताया कि इस बार ब्याज आय से जुड़ी गलतियों में तेजी आई है। उन्होंने कहा, “पोस्ट ऑफिस और बैंक ब्याज की मिस-क्लासिफिकेशन, जॉइंट खातों में डुप्लीकेशन और ब्याज की अधिक गणना जैसे मुद्दे आम हैं। यह अक्सर गलत SFT रिपोर्टिंग या विभागीय तकनीकी गड़बड़ियों के कारण हो रहा है।”

मिसमैच से ऑटोमैटिक नोटिस की आशंका

सब समाचार

+ और भी पढ़ें