Get App

NPS, PPF या EPF लॉन्ग टर्म वेल्थ के लिए कौन-सा विकल्प है स्मार्ट? जानिए क्या है आपके लिए बेहतर

NPS, PPF or EPF: NPS बाजार आधारित रिटर्न के साथ उच्च विकास का अवसर देता है, जबकि PPF और EPF सुरक्षित और निश्चित रिटर्न प्रदान करते हैं। EPF वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए मजबूत आधार है, PPF जोखिम कम करने वालों के लिए उपयुक्त है, और NPS लंबी अवधि में अधिक लाभ के लिए बेहतर विकल्प है।​

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 16, 2025 पर 10:15 PM
NPS, PPF या  EPF लॉन्ग टर्म वेल्थ के लिए कौन-सा विकल्प है स्मार्ट? जानिए क्या है आपके लिए बेहतर

भारत में रिटायरमेंट के लिए सबसे लोकप्रिय तीन बचत योजनाएं NPS, PPF और EPF हैं, जो अपने-अपने निवेश लक्ष्यों, जोखिम और रिटर्न प्रोफाइल के अनुसार अलग-अलग फायदे देती हैं।

- EPF (एंप्लॉइीज प्रोविडेंट फंड): यह वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं। इसमें 8.25% तक फिक्स्ड ब्याज मिलता है जो सुरक्षित और भरोसेमंद है। EPF से आंशिक निकासी संभव है और यह सेवानिवृत्ति तक लॉक रहता है।

- PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड): यह सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुला है और 15 साल की लंबी लॉक-इन अवधि के साथ आती है। इसमें निश्चित और टैक्स मुक्त रिटर्न मिलता है, जो जोखिम को कम करना पसंद करने वालों के लिए आदर्श है। आंशिक निकासी पाँच वर्षों के बाद संभव है।

- NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम): एक स्वैच्छिक योजना है जो विभिन्न प्रकार की संपत्तियों में निवेश करती है जैसे इक्विटी, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज। इसका रिटर्न बाजार आधारित होता है, जो लंबी अवधि में 9-12% तक हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी अधिक होता है। NPS में निवेश की लचीलापन अधिक है और टैक्स में अतिरिक्त लाभ भी मिलता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें