PAN 2.0: भारत के टैक्स सिस्टम में पैन (PAN) एक अहम डॉक्यूमेंट रहा है। पैन नंबर टैक्सपेयर्स की पहचान के तौर पर काम करता है। अब सरकार ने PAN 2.0 का ऐलान कर दिया है। ये मौजूदा पैन सिस्टम का लेटेस्ट वर्जन है। यह नया पैन डिजिटल टाइम के साथ तालमेल बैठाने के लिए डिजाइन किया गया है। जैसे आधार का इस्तेमाल कई सर्विस में किया जाता है। आइए जानते हैं PAN 2.0 के फायदे और इसका क्या असर टैक्सपेयर्स पर रहेगा। क्या टैक्सपेयर्स के लिए जरूरी है नया पैन 2.0 बनवाना?