साल का अंत ऐसा समय होता है, जब हम अपनी पिछली गलतियों से सबक लेते हैं। इसका मकसद नए साल में उन गलतियों को दोहराने से बचना होता है। रुपये-पैसे के मामले में भी यह बात लागू होती है। अगर आप 2025 में अपनी वित्तीय सेहत से किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं तो आपको कुछ खास गलतियों से बचना होगा। अक्सर अनजाने मे हमसे ये गलतियां हो जाती है, जिनकी बड़ी कीमत हमें चुकानी पड़ती है।
