भारत में सेटलमेंट प्रोसेस का सफर कई वर्षों का है। पहले यहां T+5 सेटलमेंट साइकिल था जो वर्ष 2002 में T+3 पर आ गया। इसके बाद अगले ही साल वर्ष 2003 में सेटलमेंट साइकिल T+2 आ गया था। इसके करीब 18 साल बाद वर्ष 2021 में T+1 सेटलमेंट साइकिल को चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया और जनवरी 2023 से यह पूरी तरह से लागू ही हो गया। अब T+0 सेटलमेंट पर काम हो रहा है। मार्च 2024 में इसे 25 शेयरों- बैंक ऑफ बड़ौदा, अशोक लेलैंड, बिड़लासॉफ्ट, हिंडाल्को, डिविस लैब, बजाज ऑटो, वेदांता, एसबीआई, इंडियन होटल्स, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, ट्रेंट, एलटीआई माइंडट्री, टाटा कम्युनिकेशंस, नेस्ले , सिप्ला, कोफोर्ज, एमआरएफ, जेएसडब्ल्यू स्टील, बीपीसीएल, ओएनजीसी, एनएमडीसी, सवंर्धन मदरसन इंटरनेशनल, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और अंबुजा सीमेंट्स के लिए लागू किया गया था।