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TCS के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे, इनके बारे में जान लीजिए तो आगे नहीं होगी दिक्कत

टीसीएस का मतलब टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स है। यह टीडीएस से अलग है। टीडीएस आपको होने वाली इनकम पर लगता है, जबकि टीसीएस आपके खर्च पर लगता है। कई तरह के खर्च इसके दायरे में आते हैं। कुछ महीने पहले टीसीएस के नियमों में बदलाव का ऐलान हुआ था

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 14, 2023 पर 1:38 PM
TCS के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे, इनके बारे में जान लीजिए तो आगे नहीं होगी दिक्कत
क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाला पेमेंट LRS के दायरे में नहीं आता है। इसलिए क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले खर्च पर टीसीएस नहीं लगेगा। लेकिन डेबिट कार्ड और फॉरेक्स कार्ड से होने वाला पेमेंट एलआरएस के दायरे में आता है।

अगर आप अगले महीने पढ़ाई या घूमने के लिए विदेश जा रहे हैं तो आपको TCS के नए नियमों के बारे में जान लेना जरूरी है। टीएसएस के नए नियमों का ऐलान कुछ महीने पहले हो गया था। लेकिन, ये 1 अक्टूबर, 2013 ले लागू होने जा रहे हैं। इसका मतलब है कि अगले महीने से विदेश यात्रा, विदेशी शेयरों और म्यूचुअल फंड्स में निवेश और क्रिप्टोरकरेंसी आपके इनवेस्टमेंट पर टीसीएस के नए नियम लागू होंगे। हालांकि, टीसीएस के नियम एक सीमा से ज्यादा खर्च पर ही लागू होंगे। आइए इस बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं।

LRS के तहत 2.5 लाख डॉलर भेजने की इजाजत

अभी कोई व्यक्ति एक फाइनेंशियल ईयर में 2.5 लाख डॉलर विदेश भेज सकता है। RBI की लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत इसकी इजाजत है। 1अक्टूबर से मेडिकल और एजुकेशनल उद्देश्य को छोड़ किसी काम के लिए एक फाइनेंशियल ईयर में 7 लाख रुपये से ज्यादा अमाउंट भेजने पर 20 फीसदी टीसीएस चुकाना होगा। अगर आप एक फाइनेंशियल ईयर में 7 लाख रुपये या इससे कम भेजते हैं तो यह नियम लागू नहीं होगा। अगर आप फॉरेन स्टडी के लिए एजुकेशनल लोन लेकर एक फाइनेंशियल ईयर में 7 लाख रुपये से ज्यादा अमाउंट भेजते हैं तो इस पर टीसीएस 0.5 फीसदी देना होगा। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि लोन किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लिया गया होना चाहिए। अगर आप फॉरेन स्टडी के लिए 7 लाख रुपये से ज्यादा अमाउंट बगैर लोन के भेजते हैं तो उस पर 5 फीसदी टीसीएस लगेगा।

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