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इनकम टैक्स एक्ट में स्टैंडर्ड डिडक्शन क्या है, इसका फायदा कौन उठा सकता है?

स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह के एंप्लॉयीज को मिलता है। पहली बार इसे 1974 में शुरू किया गया था। बाद में इसे बंद कर दिया गया था। दोबारा यूनियन बजट 2018 में इसे शुरू किया गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 03, 2023 पर 4:46 PM
इनकम टैक्स एक्ट में स्टैंडर्ड डिडक्शन क्या है, इसका फायदा कौन उठा सकता है?
स्टैंडर्ड डिडक्शन के लिए 50,000 रुपये का अमाउंट तय है। इसका फायदा सभी टैक्सपेयर्स और पेंशनर्स उठा सकते हैं।

इनकम टैक्स एक्ट (Income Tax Act) के तहत नौकरी करने वाले लोगों को एक खास राहत मिली हुई है। पेंशन पाने वाले लोग भी इसका फायदा उठा सकते हैं। इसे स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Deduction) कहा जाता है। इसमें एक निश्चित अमाउंट नौकरी करने वाले व्यक्ति की टैक्सेबल इनकम से घटाने की इजाजत है। इससे व्यक्ति की टैक्सेबल इनकम घट जाती है, जिससे उसकी टैक्स लायबिलिटी भी कम हो जाती है।

किस सेक्शन के तहत मिलती है यह राहत?

इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 16 के तहत स्टैंडर्ड डिडक्शन के प्रावधान को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि टैक्सपेयर्स की एनुअल इनकम कम हो या ज्यादा उन्हें एक निश्चित अमाउंट ही डिडक्ट करने की इजाजत है। इसलिए कम इनकम वाले टैक्सपेयर्स को इससे काफी राहत मिलती है।

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