अक्षय तृतीया हिंदू धर्म का एक अत्यंत शुभ और पुण्यदायक पर्व है, जिसे हर साल वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन का ज्योतिषीय महत्व भी विशेष होता है क्योंकि सूर्य और चंद्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में होते हैं, जिससे ये तिथि सर्वसिद्ध मुहूर्त कहलाती है। 'अक्षय' का अर्थ है – जिसका कभी क्षय न हो, यानी जो हमेशा बना रहे। मान्यता है कि इस दिन किया गया हर शुभ कार्य, दान, जप-तप और खरीदारी अनंत फल देने वाला होता है और उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता।