Get App

Akshaya Tritiya 2025: जानिए सोना खरीदने का सही समय और पूजा का तरीका

Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया 2025 में वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाएगी। इस दिन खरीदारी के साथ-साथ दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए जप, तप, दान, यज्ञ और तर्पण जैसे कार्यों का फल कभी समाप्त नहीं होता, इसलिए इसे 'अक्षय' तृतीया कहा जाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 30, 2025 पर 8:51 AM
Akshaya Tritiya 2025: जानिए सोना खरीदने का सही समय और पूजा का तरीका
Akshaya Tritiya 2025: 30 अप्रैल को सुबह 5:41 बजे से दोपहर 2:12 बजे तक का समय खरीदारी के लिए सर्वोत्तम है।

अक्षय तृतीया हिंदू धर्म का एक अत्यंत शुभ और पुण्यदायक पर्व है, जिसे हर साल वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन का ज्योतिषीय महत्व भी विशेष होता है क्योंकि सूर्य और चंद्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में होते हैं, जिससे ये तिथि सर्वसिद्ध मुहूर्त कहलाती है। 'अक्षय' का अर्थ है – जिसका कभी क्षय न हो, यानी जो हमेशा बना रहे। मान्यता है कि इस दिन किया गया हर शुभ कार्य, दान, जप-तप और खरीदारी अनंत फल देने वाला होता है और उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता।

यही कारण है कि लोग इस दिन सोना, चांदी, धातु के बर्तन जैसी वस्तुएं खरीदते हैं और जरूरतमंदों को दान देते हैं। अक्षय तृतीया न केवल भौतिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि ये आत्मिक उन्नति और पुण्य अर्जन का भी दुर्लभ अवसर मानी जाती है।

धार्मिक मान्यताएं और पौराणिक घटनाएं

अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम, नर-नारायण और हयग्रीव का अवतार हुआ था। यही वो दिन है जब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलते हैं। वृंदावन में भी साल में केवल इसी दिन श्री बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन होते हैं, जिससे इस दिन का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें