Kharmas 2025 Upay: खरमास की अवधि का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इसमें भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा की जाती है। खरमास की अवधि लगभग 30 दिनों की होती है। इसमें कोई नया काम या शादी, मुंडन, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार जैसे मांगलिक काम नहीं किए जाती है। सूर्य जब बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते हैं, तब खरमास शुरू होता है। इस अवधि का समापन मकर संक्रांति पर होता है, जब सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसी दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इसके बाद से मांगलिक कार्यों की शुरू हो जाती है। इस अवधि में मांगलिक कार्य नहीं होते, लेकिन पूजा-अनुष्ठान और सूरज को जल देना और दान कर्म का बहुत महत्व माना गया है।
