आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल से दुनियाभर में नौकरियों पर असर पड़ रहा है। कंपनियाँ अब कई ऐसे कामों में एआई का सहारा ले रही हैं, जिन्हें पहले इंसान करते थे, जैसे ग्राहक सेवा, डेटा एंट्री, अकाउंटिंग या यहाँ तक कि वकीलों और इंजीनियरों का काम भी। वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते इस्तेमाल का असर अब अमेरिकी क्लाउड सॉफ्टवेयर कंपनी Salesforce में भी दिखाई दिया है। अमेरिकी क्लाउड सॉफ्टवेयर कंपनी ने 4,000 लोगों को जॉब से निकाल दिया है, अब उन कामों को AI के जरिए पूरा किया जाएगा।
खत्म हो गईं 45% नौकरियां
रिपोर्ट के अनुसार, Salesforce के सीईओ मार्क बेनिऑफ ने पॉडकास्ट में बताया कि कंपनी के सपोर्ट डिवीजन पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। पहले इस विभाग में 9,000 कर्मचारी काम करते थे, लेकिन अब संख्या घटकर 5,000 रह गई है। यानी लगभग 45% नौकरियां खत्म हो गईं। बेनिऑफ ने इसे कर्मचारियों की संख्या का संतुलन बताया, जबकि हकीकत यह है कि इनकी जगह अब एआई एजेंट्स ने ले ली है।
कंपनी के CEO ने पहले कही थी ये बात
Salesforce के सीईओ मार्क बेनिओफ का यह फैसला सीईओ मार्क बेनिओफ के पहले दिए गए बयानों से बिल्कुल अलग है। जुलाई में उन्होंने कहा था कि एआई का मकसद कर्मचारियों को हटाना नहीं, बल्कि उनके काम में मदद करना है। तब उन्होंने दावा किया था कि "इंसानों की जरूरत हमेशा रहेगी" और लोगों की जॉब जाने की आशंकाओं को बेबुनियाद बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि एआई पूरी तरह भरोसेमंद नहीं है, क्योंकि वह फैक्ट्स की जांच नहीं कर सकता, इसलिए ह्यूमन वर्क फोर्स की जरूरत हमेशा रहेगी।
उस समय मार्क बेनिओफ ने AI एक्सपर्ट्स की उस राय को खारिज किया था जिसमें कहा गया था कि ये टेनोलॉजी, नौकरियों को बड़ी संख्या में प्रभावित कर सकती है। लेकिन मौजूदा हालात बताते हैं कि एआई की बढ़ती क्षमता के साथ कंपनियां तेजी से बदलाव अपना रही हैं। Salesforce के पास पिछले 26 सालों से जमा 10 करोड़ से अधिक पुराने बिक्री लीड्स का बड़ा बैकलॉग है, जिसे अब एआई की मदद से इस्तेमाल करने की योजना बनाई जा रही है।
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