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Budget 2025: इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स इंडस्ट्री की होगी बल्ले-बल्ले, 25000 करोड़ रुपये की पीएलआई स्कीम आएगी

पिछले छह सालों में इंडिया में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का उत्पादन छह गुना हो गया है। 2024 में यह 115 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इसमें सरकारी की पॉलिसी का बड़ा हाथ है। सरकार की पॉलिसी की वजह से एपल और सैमसंग जैसी कंपनियों ने इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 07, 2025 पर 2:42 PM
Budget 2025: इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स इंडस्ट्री की होगी बल्ले-बल्ले, 25000 करोड़ रुपये की पीएलआई स्कीम आएगी
अभी पीएलआई स्कीम के तहत 14 सेक्टर्स आते हैं।

यूनियन बजट 2025 में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स इंडस्ट्री के लिए बड़ा ऐलान होने जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के लिए सरकार ने पीएलआई स्कीम को मंजूरी दे दी है। 25,000 करोड़ रुपये की इस स्कीम का ऐलान यूनियन बजट 2025 में होगा। निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को यूनियन बजट पेश करेंगी। इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के लिए पीएलआई स्कीम की जानकारी सूत्रों ने सीएनबीसी-टीवी18 को दी है। फाइनेंस मिनिस्ट्री से एप्रूवल के बाद MeitY इस पर कैबिनेट का एप्रूवल हासिल करेगी। इसके बाद इस स्कीम का ऐलान 1 फरवरी, 2025 को यूनियन बजट में होगा।

देश में बढ़ेगा इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का उत्पादन

इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स इंडस्ट्री पीएलआई स्कीम के तहत 40,000 करोड़ रुपये का आवंटन चाहती थी। पीएलआई स्कीम के तहत पीसीबी की सब-एसेंबलीज, बैटरीज और डिस्प्ले और कैमरा मॉड्यूल्स के शामिल होने की संभावना है। इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स इंडस्ट्रीज के लिए पीएलआई स्कीम से घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के आयात पर निर्भरता घटेगी। रायटर्स ने इस बारे में एक अफसर के हवाले से कहा था कि नई स्कीम से प्रिंटेड सर्किट बोर्ड्स जैसे प्रमुख कंपोनेंट्स के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। सरकार काफी समय से उन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल देश में ही करने पर जोर दे रही है, जिनका अभी आयात करना पड़ता था।

छह सालों में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का उत्पादन दोगुना हुआ

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