मिडिल क्लास को उम्मीद है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण उनकी जिंदगी आसान बनाने के लिए यूनियन बजट में बड़े ऐलान करेंगी। पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ती महंगाई ने उनकी मुश्किल बढ़ा दी है। खासकर खाने-पीने की चीजों के दाम काफी बढ़े हैं। पेट्रोल-डीजल के लिए उन्हें प्रति लीटर करीब 100 रुपये की कीमत चुकानी पड़ रही है। इधर, पिछले करीब 8-10 सालों में सरकार ने इनकम टैक्स के मामले में भी ज्यादा राहत नहीं दी है। इनकम टैक्स की ओल्ड रीजीम में अब भी बेसिक एग्जेम्प्शन लिमिट 2.5 लाख रुपये बनी हुई है। इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी की लिमिट 2014 के बाद नहीं बढ़ाई गई है। इस बीच, रुपये की वैल्यू काफी घटी है।