वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस जुलाई में पेश यूनियन बजट में इनकम टैक्स के मामले में कुछ बड़े ऐलान किए थे। नई रीजीम में टैक्स एग्जेम्प्शन लिमिट बढ़ाई थी। नई रीजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन भी बढ़ाया था। इसका मकसद टैक्सपेयर्स के हाथ में ज्यादा पैसे छोड़ना था। इसके छह महीने बाद मिडिकल क्लास और लोअर मिडिल क्लास के खर्च का पैटर्न यह बताता है कि वे जरूरी चीजों पर पहले के मुकाबले कम खर्च कर रहे हैं। एफएमसीजी कंपनी गोदरेज कंज्यूमर की रिपोर्ट बताती है कि मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास पर दबाव लगातार बना हुआ है। वित्तमंत्री निर्मला सीतामरण को यूनियन बजट 2025 में इस पर ध्यान देना होगा। वित्तमंत्री 1 फरवरी, 2025 को यूनियन बजट 2025 पेश करेंगी।
