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Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट का क्यों हो रहा वेरिफिकेशन? क्या है इसका मकसद

Bihar Voter List Verification: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने बिहार के लिए वोटर लिस्ट को नए सिरे से तैयार करने के लिए कहा है। इसके तहत अयोग्य नामों को हटाते हुए सभी पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल किया जा सकेगा। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग (ECI) अब बिहार से शुरू करते हुए पूरे देश में वोटर लिस्ट का घर-घर जाकर सत्यापन करेगा

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Jun 27, 2025 पर 9:42 AM
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट का क्यों हो रहा वेरिफिकेशन? क्या है इसका मकसद
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले वोटर लिस्ट को लेकर बवाल मच गया है

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में इस साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने राज्य में वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण का निर्देश जारी किया है। इसके तहत अयोग्य नामों को हटाते हुए सभी पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल किया जा सकेगा। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग (ECI) अब बिहार से शुरू करते हुए पूरे देश में वोटर लिस्ट का घर-घर जाकर सत्यापन करेगा। चुनाव आयोग के मुताबिक, इस प्रक्रिया से मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता आएगी। बिहार के लिए आखिरी बार वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण 2003 में किया गया था।

सभी मतदाताओं को एक गणना फॉर्म जमा करना होगा। 2003 के बाद रजिस्टर्ड लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए अतिरिक्त दस्तावेज भी देने होंगे। बिहार में नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं। वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया बुधवार को शुरू हुई। यह अभियान 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ समाप्त होगी।

ECI के आदेश में कहा गया है कि पिछले 20 वर्षों के दौरान बड़े पैमाने पर नाम जोड़ने और हटाने के कारण वोटर लिस्ट में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि तेजी से शहरीकरण और आबादी का एक स्थान से दूसरे स्थान पर लगातार पलायन एक नियमित प्रवृत्ति बन गई है।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि तेजी से हो रहे शहरीकरण, लगातार पलायन, युवाओं का मतदान के लिए पात्र होना, मौत हो जाने वाले व्यक्तियों की सूचना न देना और घुसपैठियों के नाम सूची में शामिल होने जैसे कई कारणों से मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण की आवश्यकता है। गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान बूथ स्तर के अधिकारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे।

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