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मिडिल क्लास को जो भूला, उसे ही लगा चूना! दिल्ली चुनाव में जीत का यही एक फॉर्मूला

Delhi Election 2025: इस पूरे चुनावी अभियान में सबसे बड़ी विडंबना यह है कि मिडिल क्लास, जो कि दिल्ली के वोटर बेस का एक बड़ा हिस्सा है, उसे चुनाव से पहले काफी हद तक दरकिनार कर दिया गया है। दूसरे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उलट, दिल्ली में मध्यम वर्ग की एक बड़ी आबादी है, जिसके वोटिंग पैटर्न का चुनावी नतीजों पर बड़ा असर पड़ता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 03, 2025 पर 2:28 PM
मिडिल क्लास को जो भूला, उसे ही लगा चूना! दिल्ली चुनाव में जीत का यही एक फॉर्मूला
Delhi Election 2025: मिडिल क्लास को जो भूला, उसे ही लगा चूना! दिल्ली चुनाव में जीत का यही एक फॉर्मूला

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने खुद को गरीबों का हितैषी बताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और कई कल्याणकारी वादों और योजनाओं की घोषणा की है। जहां कांग्रेस सिर्फ अपने वोट शेयर को दोगुना करने और सीटों की संख्या बढ़ाने की उम्मीद कर रही है, तो वहीं असल मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच है। इस पूरे चुनावी अभियान में सबसे बड़ी विडंबना यह है कि मिडिल क्लास, जो कि दिल्ली के वोटर बेस का एक बड़ा हिस्सा है, उसे चुनाव से पहले काफी हद तक दरकिनार कर दिया गया है। दूसरे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उलट, दिल्ली में मध्यम वर्ग की एक बड़ी आबादी है, जिसके वोटिंग पैटर्न का चुनावी नतीजों पर बड़ा असर पड़ता है।

हालांकि, शनिवार को केंद्रीय बजट में पर्सनल इनकम टैक्स रेट में बड़ी कटौती करके मध्यम वर्ग के लिए मोदी सरकार ने एक बोनस की पेशकश की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी में इसका कितना असर होगा, क्योंकि दिल्ली में बुधवार को मतदान होगा और चुनाव प्रचार आज खत्म हो जाएगा।

इसके अलावा, एक सवाल ये भी है कि खास दिल्ली पर केंद्रित योजनाओं के साथ क्या BJP पिछले तीन दशकों से राजधानी के प्रमुख विपक्ष की भूमिका से बाहर निकल कर सत्ता पर काबिज हो पाएगी या फिर AAP लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखेगी?

AAP को झटका देने के लिए काफी होगा ये काम

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