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हरियाणा में 3000 से ज्यादा डॉक्टरों ने शुरू की दो दिन की हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

Haryana doctors strike: हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत 3,000 से ज्यादा डॉक्टरों ने सोमवार से दो दिन की हड़ताल शुरू कर दी है। उनका आरोप है कि राज्य सरकार उनकी तीन प्रमुख मांगों को पूरा करने में विफल रही है, जो वे वर्षों से अधिकारियों के समक्ष उठा रहे थे।

Translated By: Ashwani Kumar Srivastavaअपडेटेड Dec 09, 2025 पर 8:19 AM
हरियाणा में 3000 से ज्यादा डॉक्टरों ने शुरू की दो दिन की हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
हरियाणा में 3000 से ज्यादा डॉक्टरों ने शुरू की दो दिन की हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित

Haryana doctors strike: हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत 3,000 से ज्यादा डॉक्टरों ने सोमवार से दो दिन की हड़ताल शुरू कर दी है। उनका आरोप है कि राज्य सरकार उनकी तीन प्रमुख मांगों को पूरा करने में विफल रही है, जो वे वर्षों से अधिकारियों के समक्ष उठा रहे थे। इस बीच, उपायुक्त अजय कुमार ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है जो 8 और 9 दिसंबर को लागू रहेगी।

डॉक्टरों की मुख्य मांगों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए अलग कैडर बनाना, सीनियर मेडिकल ऑफिसरों की नियुक्ति आंतरिक प्रमोशन से करना, और केंद्र सरकार के अस्पतालों की तरह डायनेमिक एसीपी (करियर प्रोग्रेशन) स्कीम लागू करना शामिल है।

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की सीधी भर्ती से बड़ी संख्या में डॉक्टरों की पदोन्नति की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। एचसीएमएसए के एक सदस्य ने कहा, "इन नियमों में संशोधन की सख्त जरूरत है। कुछ राज्यों में निश्चित अंतराल पर पदोन्नति का प्रावधान है। उदाहरण के लिए, बिहार में केंद्र सरकार के किसी अस्पताल में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी को 4, 9, 13 और 20 साल में पदोन्नति मिल सकती है।"

उन्होंने कहा, “हरियाणा में ऐसा नहीं है। यहां 95% से ज्यादा डॉक्टर अपने पूरे करियर में सिर्फ एक प्रमोशन पाकर ही रिटायर हो जाते हैं, मेडिकल ऑफिसर से सीनियर मेडिकल ऑफिसर तक।"

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