Get App

Maharashtra Election: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे का यू-टर्न, कहा- महाराष्ट्र चुनाव में किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करूंगा

Maharashtra Election 2024: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने हाल ही में महाराष्ट्र के चुनावी अखाड़े में उतरने की घोषणा की थी। लेकिन अब उन्होंने घोषणा की है कि वह इस महीने 20 नवंबर को होने वाला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने अपने सभी उम्मीदवारों से नामांकन वापस लेने को कहा है

Akhileshअपडेटेड Nov 04, 2024 पर 1:51 PM
Maharashtra Election: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे का यू-टर्न, कहा- महाराष्ट्र चुनाव में किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करूंगा
Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने सोमवार (4 नवंबर) को यू-टर्न लेते हुए कहा कि वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी उम्मीदवार या पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल करने वाले अपने समर्थकों से अपना नाम वापस लेने को कहा है। आज यानी सोमवार (4 नवंबर) को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।

चुनावी प्रक्रिया में भाग न लेने का जरांगे का यह निर्णय उनकी पहले की रणनीति में एक उल्लेखनीय बदलाव को दर्शाता है। इससे पहले उन्होंने कुछ उम्मीदवारों का समर्थन या विरोध करने के लिए कुछ निर्वाचन क्षेत्रों को चिह्नित किया था। मनोज जरांगे ने हाल ही में महाराष्ट्र के चुनावी अखाड़े में उतरने की घोषणा की थी। लेकिन अब उन्होंने घोषणा की है कि वह इस महीने 20 नवंबर को होने वाला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

पीटीआई के मुताबिक, मनोज जरांगे ने सोमवार सुबह अंतरवाली सराठी गांव में पत्रकारों से कहा, "काफी विचार-विमर्श के बाद मैंने राज्य में कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। मराठा समुदाय खुद तय करेगा कि किसे हराना है और किसे चुनना है। मैं किसी भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल को समर्थन नहीं दे रहा और ना ही मेरा उनसे कोई संबंध है।"

मराठा कार्यकर्ता ने कहा कि उन पर सत्तारूढ़ 'महायुति' या विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) की ओर से कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझ पर किसी का कोई दबाव नहीं है। मराठा हितों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के आधार पर समुदाय स्वयं ही निर्णय लेगा कि उसे किसे समर्थन देना है।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें