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Budget 2024: बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में तनातनी, कांग्रेस ने CBI-ED के 'दुरुपयोग' का लगाया आरोप

Budget Session 2024: प्रत्येक सत्र से पहले एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की प्रथा है। बैठक में विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों को उजागर करते हैं जिन्हें वे संसद में उठाना चाहते हैं। जबकि सरकार उन्हें अपने एजेंडे की एक झलक बताती है और उनका सहयोग मांगती है। इस बार 31 जनवरी से 9 फरवरी के बीच संसद सत्र होगा जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करेंगी। पूर्ण बजट नई सरकार पेश करेगी

Akhileshअपडेटेड Jan 30, 2024 पर 3:29 PM
Budget 2024: बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में तनातनी, कांग्रेस ने CBI-ED के 'दुरुपयोग' का लगाया आरोप
Budget 2024: सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए (Photo: ANI)

Budget Session 2024: लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले 31 जनवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के मद्देनजर सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक (all-party meeting) में मंगलवार को विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के बीच तनातनी भी देखने को मिला। सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव जैसे विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए CBI-ED के 'दुरुपयोग' पर प्रकाश डाला

रक्षा मंत्री और लोकसभा में सदन के उपनेता राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में उपस्थित नेताओं में कांग्रेस नेता कोडिकुनिल सुरेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के नेता टी आर बालू, शिवसेना के राहुल शेवाले, समाजवादी पार्टी के नेता एस टी हसन, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राम नाथ ठाकुर और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के जयदेव गल्ला शामिल थे।

कांग्रेस ने राहुल गांधी की सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बैठक में प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उन्होंने असम में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर हिंसक हमले और उस पर राज्य सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों का मुद्दा उठाया। उच्च सदन में कांग्रेस के उप नेता तिवारी ने पत्रकारों से कहा कि देश में 'अघोषित तानाशाही' कायम है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख एवं बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद जैसे विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए CBI और ED का दुरुपयोग कर रही है।

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