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Union Budget 2023: फिस्कल डेफिसिट में कमी करना निर्मला सीतारमण की पहली प्राथमिकता होगी

Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यूनियन बजट 2023 में फिस्कल डेफिसिट को कम करने पर फोकस बढ़ा सकती हैं। इस फाइनेंशियल ईयर में फिस्कल डेफिसिट जीडीपी का 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। यह सरकार के लक्ष्य के मुताबिक है

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Jan 14, 2023 पर 4:41 PM
Union Budget 2023: फिस्कल डेफिसिट में कमी करना निर्मला सीतारमण की पहली प्राथमिकता होगी
अनुमान है कि सरकार फाइनेंशियल ईयर 2025-26 तक फिस्कल डेफिसिट को जीडीपी के 4.5 फीसदी तक लाने पर जोर देगी।

Union Budget 2023: अगले यूनियन बजट (Budget 2023) में सरकार फिस्कल डेफिसिट (Fiscal Deficit) घटाने पर फोकस बढ़ा सकती है। दो सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सरकार को फिस्कल डेफिसिट कम करने के लिए अपने खर्च को घटाना पड़ेगा। इससे सुस्त पड़ती इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए रिस्क पैदा हो सकता है। सरकारी अधिकारी पहले ही फूड और फर्टिलाइजर सब्सिडी में कमी करने के संकेत दे चुके हैं। कोरोना की महामारी के दौरान सरकार पर फूड सब्सिडी का बोझ काफी बढ़ गया था। सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की मदद के लिए मुफ्त खाद्यान्न की स्कीम शुरू की थी। यूनियन बजट 2023 में फूड सब्सिडी में कमी का ऐलान किया जा सकता है। फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश करेंगी।

इस फाइनेंशियल ईयर में फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी रहने का अनुमान 

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अगले फाइनेंशियल ईयर में सरकार के पूंजीगत खर्च में भी कमी देखने को मिल सकती है। सरकार अगले फाइनेंशियल ईयर में फिस्कल डेफिसिट को जीडीपी के 5.9 फीसदी रखने का टारगेट तय कर सकती है। इस फाइनेंशियल ईयर में सरकार का फिस्कल डेफिसिट 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। अनुमान है कि सरकार फाइनेंशियल ईयर 2025-26 तक फिस्कल डेफिसिट को जीडीपी के 4.5 फीसदी तक लाने पर जोर देगी।

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