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Crypto Scam: करोड़ों डॉलर के क्रिप्टो की चोरी, निवेशक बनकर हुआ फर्जीवाड़ा, डेवलपर्स भी हैं हैरान

Crypto Rip Deals: क्रिप्टो इंडस्ट्री में फर्जीवाड़ा और घोटाले के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस बार ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें यूरोप के कुछ देशों के लोगों को करोड़ो डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा। यहां इस फर्जीवाड़े के बारे में, उन पर संदेह क्यों नहीं हुआ और इस मामले में अथॉरिटीज क्या कर रही हैं, इसकी पूरी डिटेल्स दी जा रही है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 01, 2023 पर 10:26 PM
Crypto Scam: करोड़ों डॉलर के क्रिप्टो की चोरी, निवेशक बनकर हुआ फर्जीवाड़ा, डेवलपर्स भी हैं हैरान
क्रिप्टो रिप डील्स के मामलों का खुलासा अभी तक ऑस्ट्रिया, इटली, स्पेन और जर्मनी में हुआ है। अथॉरिटीज का मानना है कि यह फर्जीवाड़ा कई देशों में हुआ है तो इन सभी देशों की अथॉरिटीज को मिलकर इस मामले में आगे बढ़ना होगा।

Crypto Rip Deals: क्रिप्टो इंडस्ट्री में फर्जीवाड़ा और घोटाले के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस बार ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें यूरोप के कुछ देशों के लोगों को करोड़ो डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा। क्रिप्टो रिप डील्स (Crypto Rip Deals) के तहत इस घोटाले में फ्रॉडस्टर्स ने खुद को इंवेस्टमेंट एजेंट्स के तौर पर पेश किया। उन्होंने हफ्तों, महीनों तक निवेश का झांसा दिया और फिर क्रिप्टो लेकर फुर्र हो गए। यहां इस फर्जीवाड़े के बारे में, उन पर संदेह क्यों नहीं हुआ और इस मामले में अथॉरिटीज क्या कर रही हैं, इसकी पूरी डिटेल्स दी जा रही है।

क्या है यह पूरा फर्जीवाड़ा

वेब यानी इंटरनेट की अगली पीढ़ी web3 के कई डेवलपर्स कुछ खास प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। हालांकि इनमें से कई प्रोजेक्ट्स फंडिंग की कमी के चलते कभी साकार नहीं हो पाते हैं। ऐसे में स्कैमर्स के निशाने पर ऐसे ही डेवलपर्स आए जो फंडिंग के लिए बैचेन थे। स्कैमर्स ने खुद को सीड इंवेस्टर्स यानी शुरुआती निवेशक या स्मॉल टाइम वेंचर कैपिटलिस्ट्स के तौर पर पेश किया। उन्होंने ऐसे प्रोजेक्ट्स की तलाश की जिसे फंडिंग की जरूरत थी। फिर उन्होंने रेस्टोरेंट या होटल लॉबी में मीटिंग की।

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