अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एच-1बी वीजा फीस बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर करने के बाद अमेरिकी बैंकों की निर्भरता भारत पर बढ़ सकती है। सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन चेज और गोल्डमैन सैक्स जैसे बड़े अमेरिकी बैंकों के इंडिया में ग्लोबल कैपिबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) में काफी ज्यादा एंप्लॉयीज हैं। ये एंप्लॉयीज ट्रेडिंग सपोर्ट, रिस्क मैनेजमेंट से लेकर टेक्नोलॉजिकल असिस्टेंस देते हैं।