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SBI को बिना मांगे ही मिल गया 8800 करोड़ का फंड, CAG की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा

देश के सबसे बड़े बैंक SBI को सरकार ने बिना मांगे 8800 करोड़ रुपये दिए हैं। यह पैसा इसे वित्त वर्ष 2017-18 में मिला था। कैग की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। कैग की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है तो क्रेडिट ग्रोथ के लिए डीएफएस ने 8800 करोड़ रुपये दे दिए। रिपोर्ट के मुताबिक डीएफएस ने इसके लिए अपने ही मानकों पर विचार नहीं किया

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 28, 2023 पर 10:21 AM
SBI को बिना मांगे ही मिल गया 8800 करोड़ का फंड, CAG की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा
CAG की रिपोर्ट के मुताबिक SBI को पैसे देने के लिए डीएफएस ने अपने मानक के हिसाब से कैपिटल की जरूरतों का एसेसमेंट भी नहीं किया। यह खुलासा कैग की 2023 की कंप्लॉयंस ऑडिट रिपोर्ट नंबर 1 से हुआ है।

बिना मांगे ही देश के सबसे बड़े बैंक को सरकार से करोड़ो का फंड मिल गया है। डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज (DFS) ने रीकैपिटलाइजेशन के लिए देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को 8800 करोड़ रुपये दिए हैं। हालांकि दिलचस्प बात यह है कि एसबीआई ने इन पैसों की मांग ही नहीं की थी यानी बिना मांगे ही एसबीआई को वित्त वर्ष 2017-18 में डीएफएस से ये पैसे मिले थे। यह खुलासा कैग की रिपोर्ट से हुआ है जिसे सोमवार को संसद में पेश किया गया था। कैग की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है तो क्रेडिट ग्रोथ के लिए डीएफएस ने 8800 करोड़ रुपये दे दिए।

अपने ही नियमों के हिसाब से भी नहीं किया एसेसमेंट

कैग की रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई को पैसे देने के लिए डीएफएस ने अपने मानक के हिसाब से कैपिटल की जरूरतों का एसेसमेंट भी नहीं किया। यह खुलासा कैग की 2023 की कंप्लॉयंस ऑडिट रिपोर्ट नंबर 1 से हुआ है। डीएफएस केंद्रीय वित्त मंत्रालय के तहत काम करती है। इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि सरकारी बैंकों को पैसे देने के लिए डीएफएस ने आरबीआई के नियमों के अतिरिक्त बैंकों को फंड देने पर विचार किया।

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