Lupin ने रिस्ट्रक्चरिंग का प्लान बनाया है। इसके तहत वह अपने API (active pharmaceutical ingredients) बिजनेस को डीमर्ज (अलग) करेगी। कंपनी का यह बिजनेस ग्रोथ दिखा रहा है। मामले से जुड़े सूत्रों ने मनीकंट्रोल को इस बारे में बताया। पिछले हफ्ते ल्यूपिन के शेयरों में तेजी दिखी थी। इसकी वजह अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर US FDA से मिला एप्रूवल था। एफडीए ने ल्यूपिन की रिस्पायरेटरी ड्रग gSpiriva को मंजूरी दी है। एक सूत्र ने बताया कि ल्यूपिन वैल्यू अनलॉक करने के लिए अपने एपीआई बिजनेस को अलग करना चाहती है। अभी यह पता नहीं है कि वह एपीआई बिजनेस की लिस्टिंग कराएगी या इसमें हिस्सेदारी बेचेगी। एक दूसरे सूत्र ने भी कंपनी के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान की पुष्टि की।