इस साल मार्च की शुरुआत में टोक्यो में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी पर एक कॉन्फ्रेंस हुई थी। इसमें पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा था कि एक बड़ी बात जो मैंनी सीखी है वह यह है कि कई बार आपकी टीम के सदस्य और सलाहकार सही नहीं हो सकते हैं। उनका यह बयान आरबीआई के पेटीएम के खिलाफ एक्शन के करीब पांच हफ्ते बाद आया था। आरबीआई ने 15 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) की सेवाएं बंद करने का आदेश दिया था। कुछ सूत्रों से मनीकंट्रोल की बातचीत से यह संकेत मिला था कि शर्मा का इशारा कंपनी के प्रेसिडेंट और सीओओ भवेश गुप्ता की तरफ था। उन्हें शर्मा का बहुत करीब माना जाता था। अक्सर पेटीएम के लोन बिजनेस की ग्रोथ का श्रेय उन्हें दिया जाता था।